About the Book:
जिदंगीक्याहै, इसे जीने कामकसदक्याहैं,इसमेंइतनेउतार-चढ़ावक्यूहैं? यह कुछऐसेअज़ीबप्रष्नहैंजिन्हेंआजतककोईचाहकरभीनही सुलझा सका।कईबारतो ऐसामहसूसहोताहैंकिहमारीजिदंगीकासफर एक ’रोलरकोस्टर’ की तरहहैं। यह एक पलमेंहमेंबेहदखुषीदेताहैंतोअगलेहीक्षणडर, निराषा के माहौलमेंलेजाताहैं। ऐसेहालातसेगुजरतेहुए जीवन मेंसंतुलनकैसेबनायाजायें।कभीअसफलताकाडर,कभीपैसेकीकमी, हमारे जीवन मेंमानसिकतनावपैदाकरतेरहतेहैं।लेकिन यह भीसचहैंकिकोईभीइंसानइतनाकमजोर नही होताकि वो अपने लक्ष्योंकोहासिल न करसकें।एक बातहमेंहमेषा याद रखनीचाहिए किहालातचाहेंकैसेभीहो वो हमेषाअस्थाईहीहोतेहैं।सिर्फ जरूरत होतीहैं जीवन मेंआनेवालीसभीचुनौतियोंकोस्वीकारकियाजायें।इसी के साथहमेंकाबिललोगोंकीतरहतरक्की के मौकेभी खोजनेकाप्रयासकरतेरहनाचाहिए।अगरहम षांतिऔर धैर्यपर्वूकउनकामुकाबलाकरनेकाहुनरसीख लेतेहैंतो एक दिनहमारे जीवन की सारी खुषिया जरूर वापिसआजातीहैं। यहातककिएक दिनमाउंट एवरेस्टभीहमारेकदमों के नीचेआसकताहैं।इनअनमोलविचारोंकोजानने के बादइतनाही समझआताहैंकिजिदंगीकी यहीरीतहैंइसमंेंकभीहारतोकभीजीतहैं।जिदंगीहंसने-गाने, मौज-मस्ती के साथ जीने के लियेहैं।अपनेजज्बातोंकोफूलोंजैसी खुषबूसेमहकादो, हरफीकेरंगमेंचांद-सितारोंजैसीचमकभरदो।इसकेबादहरदिलसे यहीआवाज़ आऐगी ’लव यू जिदंगी’।
About the Author:
श्रीजे.पी.एस. जौली-जौलीअंकलमोटिवेषनललेखक, वक्ताहोने के साथमहषूरग्राफोलाॅजी-हस्तलेखनविज्ञान के भीविषेशज्ञहैं।इसी के साथइनकाप्रेरणादायक यू-टयूबवीडियोचैनलभीहैं। इनके बारेंमेंअगर यह कहाजायेंकि यह बहुमूखीप्रतिभा के धनीहैंतो षायदगलत न होगा।इनका जीवन बिल्कुल खुलीकिताबकीतरहहैं। यह जिसतरहका जीवन जीतेहैंबिल्कुलवैसाहीदूसरों के सामने रखतेहैं।इन्होनेलेखन क्षेत्र के हररंगकोबहुतकरीबसे देखाहैं।इनकीकिताबोंमेंइतनीविविधताहैंकि इनके विचारआपकेभविश्य कोबेहतरबनाने के साथजिदंगीको खुषहालभीबनासकतेहैं।36 पुस्तकों के साथइनकीलगभग 1000 रचनाऐंविभित्र समाचारपत्रों, पत्रिकाओंमेंप्रकाषितहोचुकीहैं।जौलीअंकल की षुरू मेंलिखीहुई चंद पुस्तकोंकोपाठकोंनेजबपंसदकियातोउसकेबादउन्होनेकभीपीछेमुड़ कर नही देखा।जौलीअंकल एक ऐसेअनूठेलेखकहैकिउनकीहरपुस्तकपढ़ने वालोंपरप्रभावषालीअसरडालतीहैं।इन्होंनेलेखन की जो षैलीअपनाईहैउसने युवाओं के दृश्टिकोणको एक नईदिषाप्रदानकीहैं।इनकीकिसीभीपुस्तक के बारेंमेंबात की जायेतोहरकिताब एक से बढ़ कर एक हैं, उन्हेंपढ़तेहुऐमन नही भरता।इनके द्वाराहिंदीभाशामेंलिखीहुईलोकप्रिय पुस्तकेंअबदेष-विदेषमेंइंगलिष, पंजाबी, बंगाली, मराठी एवंगुज़रातीभाशामेंभीपंसद की जारहीहैं।पुस्तकप्रेमीउनकीलिखीहुईरचनाओंकोसराहने के साथ उनके हरसदेंषको खुषीसेअपने जीवन मेंअपनारहेंहैं।पाठकगणजानतेहैंकिजौलीअंकलकीपुस्तकें, वीडियो न सिर्फउन्हेंहमेषादुनियासेआगेचलने के लियेप्रेरितकरतीहैंबल्कि उनके जीवन कोभीरोषनकरनेमेंबहुतमददगारसाबितहोतीहैं।इनकाहरसकारात्मकविचारसुख, सृमिद्व औरसफलतापाने के लिये एक हथियार की तरहकामकरताहैं।इसीलिये षायदहरपाठकइनसेजुड़नाचाहताहैं।इनकामाननाहैंकिजिदंगीमेंअसफलतानामकीकोईचीज़ नही होती। यह हमेंकईबार धोखेदेतीहै, कईबारबुरीतरहसे रूलातीहैं।लेकिनहमेंइनबातोंसेडरकर घबराने की जरूरत नही होती।जिसतरहडाॅक्टर, वकीलअपनेपेषेमें ’प्रैक्टिस’ करतेहैंबिल्कुलठीकउसीतरहहमेंभी जीवन को खुषहालबनाऐ रखने के लियेलगातारअभ्यास यानि ’प्रैक्टिस’ करतेरहनाचाहिए। यह एक छोटासासुझावकिसी की भीजिदंगीमेंउजालाभरसकताहैं।जौलीअंकलअपनेपाठकोंको षुभकामनाऐंदेतेहुए अक्सरकहतेहैंकिजिसकीमस्तीजिंदाहैं, उसी की हस्तीजिंदाहैंवरनातो यह समझलोकिहमजब्बरदस्तीजिंदाहैं।जौलीअंकलकोअनेकप्रतिश्ठितसम्मानों एवंपुरस्कारोंसेसम्मानितकियाजाचुकाहैं।
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